फैकल्टी व संबद्ध काउंसिलों में पूर्ण कम्प्यूटरीकरण के कारण समस्त रजिस्ट्रेशन, डिप्लोमा एवं अन्य दस्तावेज आदि कम्प्यूटर से निर्गत हो रहे हैं। इस कार्य में देश का पहला राज्य है जहाँ इस तरह की सुविधा व प्रक्रिया उपलब्ध है। जिससे वर्ष 1917 से रखा रिकार्ड कम्प्यूटरीकृत हो रहा है। समस्त रिकार्ड को लैमिनेशन करवाकर सुरक्षित किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि स्वशासी स्वरूप होने के कारण, प्रशिक्षित अभ्यर्थियों को किसी प्रकार के शासकीय सेवायोजन की बाध्यता नहीं होती है। इन सभी प्रशिक्षणों का अत्यन्त व्यावसायिक महत्व है। इस तरह स्टेट मेडिकल फैकल्टी के द्वारा उ0प्र0 शासन की नीति के अनुरूप रोजगार के अवसर सुलभ हो रहे हैं। साथ ही साथ राजकीय के अलावा निजी चिकित्सा क्षेत्र में भी प्रशिक्षित तकनीशियन प्राप्त हो रहे हैं।
प्रशिक्षण केन्द्रो को खोलने के पूर्व शासन की अनुमति ली जाती है। उ0प्र0 स्टेट मेडिकल फैकल्टी निरन्तर अपना योगदान स्वास्थ्य सेवाओं के तकनीकी पक्ष को सुदृढ़ करने में देना चाहती है। इस संबंध में शासन के निर्देशों का पालन किया जाता है व प्राप्त निर्देशों को शासी समिति में विचारार्थ रखा जाता है। इस तरह से उ0प्र0 स्टेट मेडिकल फैकल्टी ने अपने गठन के उद्देश्यों को पूरा करने का पूर्ण प्रयास किया है।
फैकल्टी नये केन्द्रों को मानकों के अन्तर्गत मान्यता प्रदान करती है एवं उन केन्द्रों की परीक्षाये डिप्लोमा एवं रजिस्ट्रेशन का भी कार्य किया जाता है। |